ब्रुस ली जीवनी Biography of Bruce Lee in Hindi

 ब्रुस ली का जन्म 27 नवम्बर, 1940 को अमरीका के एक चीनी परिवार में हुआ था, जो सान फ्रांसिस्को में रहता था। उसके पिता ली होई -च्युएन कलाकार एवं  मां ग्रेस ली यूरोपियन महिला थी। ब्रुस ली की शिक्षा हांग कांग में हुई। उसने कई विषयों का अध्ययन किया था, जिनमें प्रतिरक्षा पद्धति विशेष उल्लेखनीय है। उसने अमरीकी युवती से विवाह किया।

 कपड़े, जूते, पासधन, पोस्टर, फिल्मों आदि के विज्ञापन के क्षेत्र में ली के नाम की धूम रही। अपनी प्रख्यात  फिल्म ‘एंटर द ड्रैगन’ के रिलीज होते ही वह कुछ समय के लिए हॉलीवुड का सबसे महंगा सितारा बन गया। बाद में इसका दूसरा भाग ‘रिटर्न द ड्रैगन’ आया। ब्रुस ली की अन्य फिल्में ‘गेम ऑफ डैथ’, ‘द बिग बॉस’ इत्यादि हैं।

 लेकीन ब्रुस ली की समृध्दि एवं लोकप्रियता से अन्य हम्पेशावर और एक्शन फिल्मों के स्टंटमैन उसके शत्रु हो गए। फिर भी वह कई वर्षों तक युवा वर्ग का ‘क्रेज’ बना रहा। ब्रुस ली को कराटे, जूडो एवं बाक्सिंग का भी अच्छा ज्ञान था। उसने बहुत से लोगों को कुंग-फू एवं जीन कुने दो का प्रशिक्षण दिया। ब्रुस ली ने मार्शल आर्ट के तहत ‘कुंग फू’ का विशेष प्रशिक्षण लिया और उसमें पाश्चात्य मल्लयुद्ध कला को मिलाकर एक नई प्रतिरक्षा शैली को जन्म दिया, जिसे जीन कुने दो कहा जाता है।

प्रारंभिक जीवन :

 ब्रूस ली का जन्म 27 नवम्बर 1940 को चीनी राशि-चक्र कैलेंडर के अनुसार ड्रैगन वर्ष में सैन फ्रांसिस्को के चायना-टाऊन में स्थित चीनी अस्पताल में हुआ था। उनके पिता ली होई-च्युएन , चीनी थे और उनकी कैथोलिक मां ग्रेस हो (何爱瑜), चीनी और चतुर्थांश जर्मन वंश की थीं। ली जब तीन महीने के थे, तो उनके माता-पिता हांगकांग लौट आए। उनकी नागरिकता के बारे में अनिश्चितता है; उनके पास निश्चित रूप से HK की नागरिकता, US नागरिकता थी और वे एक चीनी नागरिक भी हो सकते हैं।

 ली होई च्युएन उस समय एक अग्रणी केनटोनी ऑपेरा और फिल्म अभिनेता थे और वे अपने परिवार के साथ द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हांगकांग पर जापानी आक्रमण की पूर्व संध्या पर अमेरिकी चीनी समुदायों के बीच एक वर्ष लंबे केनटोनी ऑपेरा प्रदर्शन यात्रा पर जहाजी दौरे पर थे। चूंकि उस वक्त भ्रमण एक बहुत ही लाभदायक व्यवसाय था, ली कई वर्षों से संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा कर रहे थे। हालांकि उनके कई साथियों ने इस बार तूफान को झेलने के लिए अमेरिका में रुकने का फ़ैसला किया, ली ने पत्नी द्वारा उनके चौथे बच्चे को जन्म देने के बाद वापस हांगकांग जाने का निश्चय किया, जो कि आंशिक रूप से गृहासक्ति और आंशिक रूप से उनका ग़लत आकलन के कारण था।

अभिनेता के रूप में ब्रूस ली  :

  टीवी सीरियल The Green Hornet में कुल 26 एपिसोड में काम किया जिसमे वे अपने एक्रोबेटिक और फाइटिंग स्टाइल का प्रदर्शन किया। उन्होंने Ironside और Longsteet जैसे टीवी शो में गेस्ट अप्पीरिअंस भी दिया। वे कुंफू (Kung Fu) नमक एक टीवी शो में भी अपना आईडिया दिया परन्तु उसमे कार्य डेविड कार्रडाइन (David Carradine) ने किया था। 1971 में ब्रूस ली लोस एंजेलेस को छोड़ होंग कंग चले गए।

 उनकी कुछ बॉक्स ऑफिस तोड़ देने वाली फिल्मे हैं – Fists of Fury जो 1971 के आखरी समय में रिलीज़ हुई थी। The Green Hornet जिसमे उन्होंने अपने जीत कुने दो कि काबिलियत को भी बखूबी दर्शाया है। वर्ष 1972 में The Chinese Connection फिल्म नें उनके पिछले फिल्मो को पीछे कर दिया बॉक्स ऑफिस में धमाल मचाते हुए लेकिन Critic लोगों कि वजह से अमेरिका में इसका बोल बाला थोडा ठंडा रहा। उनका सबसे बड़ा Hollywood प्रोजेक्ट रहा, Enter the Dragon फिल्म।

फिल्में :

  वैसे तो ब्रूस ली की सारी ही फिल्में  जबरदस्त थीं लेकिन कुछ ऐसी फिल्में हैं जो बेमिसाल हैं। ब्रूस ली 18 साल की उम्र में 20 से ज्यादा फिल्मों मे काम कर चुके थे। ली हांगकांग के सबसे प्रमुख बाल कलाकारों में से एक थे। The Good And The Obvious, The Big Boss, Fist Of Fury, Way Of Dragon, Enter The Dragon

अभिनेता से ज़्यादा मार्शल आर्टिस्ट :

अपने पिता के करियर को याद करते हुए शैनॉन कहती हैं. “मौत से पहले वह हांगकांग और दक्षिण पूर्वी एशिया में बड़े स्टार बन चुके थे. वे सड़क पर नहीं चल सकते थे. वे जहाँ जाते थे भीड़ इकट्ठा हो जाती थी. लोग उनका ऑटोग्राफ़ लेना चाहते और उनके साथ फ़ोटो खिँचाना चाहते थे. लेकिन पश्चिम में वे इतने बड़े स्टार नहीं थे. हॉलीवुड की कंपनी वार्नर ब्रदर्स के सहयोग से बनी उनकी फ़िल्म “एंटर द ड्रैगन” उनकी मौत के एक महीना बाद रिलीज़ हुई थी. इस फ़िल्म ने उन्हें नई ऊँचाई दी और उनकी बाक़ी फ़िल्मों के अंतरराष्ट्रीय दर्शकों तक पहुँचने का रास्ता साफ़ किया. उसके बाद से उनके प्रति क्रेज़ बढ़ता ही जा रहा है.”

 लेकिन ब्रूस ली को दुनिया सिर्फ़ एक फ़िल्म अभिनेता के रूप में ही नहीं बल्कि एक उम्दा मार्शल आर्ट कलाकार के रूप में ज्यादा याद रखेगी. ब्रूस ली भी मार्शल आर्ट को ही सबसे ज्यादा महत्व देते थे. ब्रूस ली की मार्शल आर्ट के बारे में शैनॉन कहती हैं, “उन्होंने अपने जीवन में मार्शल आर्ट की अपनी अलग कला विकसित की. वे इसे जीत कुन डो कहते थे. वे खुद को अभिनेता या लेखक से पहले हमेशा एक मार्शल आर्टिस्ट मानते थे. उन्होंने अपनी कला में सादगी, सरलता और स्वतंत्रता को सर्वोपरि माना. पुराने और पारंपरिक तरीक़ों से स्वतंत्रता ही उनकी कला का आधार था.”

सुपरहीरो, लेकिन मानव :

        ब्रूस ली का एक सुपर हीरो का शरीर था इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन वह आनुवंशिक रूप से सही नहीं थे, उन्होंने बताया कि उनको अमेरिकी सेना मसौदा बोर्ड द्वारा प्रशासित 1963 में एक शारीरिक परीक्षा में विफल करार दिया था। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी नजर भी सही नहीं थी, उन्हें लेंस लगाना पड़ता था। 1970 में तंत्रिका क्षति की वजह से अपने मार्शल आर्ट कैरियर खत्म होने का डर था इससे उभरने में ली को कई महीने लगे।

ब्रूस ली की रहस्यमय मौत : ब्रूस ली कि मौत ने लोगों को बड़ी ही अचम्भे में डाला था। इतने मशहूर मार्शल आर्ट ट्रेनी और सुपरस्टार की अचानक मौत नें सबको चिंता में दल दिया। 20 जुलाई 1973 को उनकी फिल्म Enter the Dragon के लांच से पहले ही 32 वर्ष कि उम्र में उनका निधन हो गया। वैसे तो ब्रूसली बचपन से ही अपने पिता की मदद से फिल्मो में आ गये थे लेकिन बीच में वापस मार्शल आर्ट्स सिखाने की वजह से फिल्मो में नही आये थे

1966 में अब पिता की मृत्यु के बाद वो परिवार के साथ लोस एंजेल्स आ गये जहा पर वो नये टीवी शो “The Green Hornet” में काम करने लग गये | इसके बाद उन्होंने बैटमैन टीवी सीरीज के तीन एपिसोड में भी काम किया था | इसके बाद वो फिल्मो के कुछ दृश्यों के लिए मार्शल आर्ट सिखाने लग गये थे | 1969 में लोस एंजेल्स के चाइना टाउन में उन्होंने कुंगफु सिखाने की तीसरी संस्था खोली और इसी साल उन्होंने मोर्लो नामक फिल्म से सहायक अभिनेता के तौर पर काम किया था |

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